गोकुल के किशन कन्हैया
बिन्दाबन मा बँसरी बजइया।
गोकुल के किसन कन्हैया।।
दसोदा के लाला, गोपी के गोपाला।
माथ म मुकुट, गर बजंतीमाला।।
कालीदाह के तैं नाग नथइया।
गोकुल के किसन कन्हैया।।१
दूध दही चोर, जै नंदकिशोर।
मंगल मूर्ति, माधो रूप तोर।।
मदन मोहन मन मोहइया।२
गोकुल के किशन कन्हैया।
जय गिरधारी, जय बनवारी।
मया दुलारवा पिरीत पुजारी।।
राधा रानी संग रास रचइया।
गोकुल के किशन कन्हैया।।३
करम असल, झन सोच फल।
कर महिनत, खच्चित सफल।।
गीता के इही गियान देवइया।
गोकुल के किशन कन्हैया।।४
बिन्दाबन मा बँसरी बजइया।
*कन्हैया साहू "अमित"*
शिक्षक~भाटापारा (छ.ग)
©संपर्क~9200252055
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